हमें हरे रंग से परेशानी नहीं, पर कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

रतलाम
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हिंदुओं से जातिगत भेदभाव और छुआछूत की भावना खत्म करके हिंदुत्व के नाम पर एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा प्रायोजित है। इसे हिंदुओं को डराने के लिए अंजाम दिया गया है, लेकिन ऐसी साजिशों से हिंदुओं का डरने की जरूरत नहीं है बल्कि ऐसी ताकतों को सबक सिखाना चाहिए। हिंदू डरे नहीं, छुआछूत खत्म हो और हिंदू एक हों, इसके लिए वह अक्टूबर-नवंबर में दिल्ली से वृंदावन तक पैदल यात्रा निकालेंगे। धीरेंद्र शास्त्री ने यह बात मध्य प्रदेश के रतलाम में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कही। आशीर्वचन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे शास्त्री ने कहा कि विभिन्न धार्मिक यात्राओं पर पथराव हिंदुओं और सनातन को डराने के लिए किया जा रहा है। लेकिन ऐसे लोग जान लें, हिंदू न तो झुकेगा, न ही डरेगा और न कभी पीछे हटेगा। अगर तुम्हें पत्थर फेंकना हो तो देशद्रोहियों पर फेंको। बोले- हरे रंग से कोई परेशानी नहीं है लेकिन हम उन लोगों को यह संदेश जरूर देना चाहते हैं कि कायदे में रहोंगे तो ही फायदे में रहोगे। अगर भारत को पाकिस्तान बनाने की कोशिश की गई तो ठठरी और गठरी दोनों बांध दी जाएगी।
मंदिर जाओ, तिलक लगाओ धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हिंदुओं को निडर होने की जरूरत है। वरना जो बंगाल में हुआ है, वह मध्य प्रदेश या किसी और प्रदेश में होगा। किसी जिले में और किसी मोहल्ले में भी होगा, इसलिए गांठ बांध लो। जो इस देश में रहकर राम का नहीं होगा, उसकी भी लंका लगेगी। अभी से एक हो जाओ। कलेक्टर, एसपी, मंत्री सब बनो, लेकिन कट्टर हिंदू जरूर बनो। मंदिर जाओ, तिलक लगाओ। नीमच में जैन संतों से मारपीट, पथराव को निंदनीय बताते हुए उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि संतों पर हमले किए जा रहे हैं।